Blood Sugar या जिसे Blood Glucose भी कहा जाता है । जो की अग्न्याशय द्वारा निर्मित किया जाता है । जो की हमारे शरीर की सम्पूर्ण कोशिकाओं और अंगो को ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करता है। स्वस्थ शरीर के लिए Blood Sugar के स्तर को नियंत्रित बनाये रखना बहुत जरुरी होता है । इस लेख में हम Blood Sugar को स्तर को कैसे नियंत्रित बनाये रखा जाये तथा शुगर कम करने के घरेलू उपाय Home remedies to reduce Blood sugar के विषय में महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे ।
लाइफस्टाइल, खान-पान और शारीरिक एक्सरसाइज पर ध्यान दिया जाये तो मधुमेह होने के खतरे को कम करने में मदद हो सकती है ।
नोट :- यहाँ एक बात ध्यान देने की है कि कुछ उच्च ब्लड शुगर वाले लोगो को किसी भी प्रकार के प्रारम्भिक लक्षणों का अनुभव नहीं होता है, Blood की नियमित जाँच से ही Blood Sugar है या नहीं का निर्धारण किया जा सकता है ।
1. दालचीनी : हमारी रसोई में दालचीनी एक मसले के रूप में प्रयोग करते है तथा यह Blood Sugar को नियंत्रित करने तथा इन्सुलीन प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है, इसको आप अपनी चाय , कॉफी में डालकर उपयोग कर सकते है ।
2. सेब का सिरका : यह मन जाता है कि सेब का सिरका इन्सुलीन प्रतिरोध में सुधर करता है, साथ ही Blood Sugar के लेबल को Control करता है । इसका एक से दो बड़े चम्मच एप्पलसाइडेड विनेगर को पानी में मिलाये और भोजन से पहले इसका सेवन करें ।
3. करेला : करेला का उपयोग Blood Sugar को नियंत्रित करने के मदद करता है , घरेलू चिकित्सा में इसका खूब उपयोग किया जाता है, करेले में ऐसे योगिक घटक पाए जाते है जो Blood Sugar के स्तर को Control करने में मदद करते है । करेले को आप सब्ज़ी या करेला जूस के रूप में इस्तेमाल कर सकते है ।
4. पानी : दिनभर में खूब पानी पीने से निर्जलीकरण को रोकने में मदद मिलती है, जिससे Blood में Glucose की मात्रा की नियंत्रित किया जा सकता है । प्रीतिदिन काम से काम 8 गिलास पानी पीना चाहिये ।
5. ग्रीनटी (Green Tea) : ग्रीनटी (Green Tea) में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो इंसुलिन के प्रतिरोध को रोकने में सुधार करने और Blood Sugar के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। प्रतिदिन एक से तीन कप ग्रीन टी (Green Tea) का सेवन अवश्य करें ।
6. आंवला : आंवला एक ऐसा फल है जो कई पोषक तत्वों से भरा होता है। इसमें अनेक बीमारियों का इलाज करने की शक्ति होती है। आंवले से डायबिटीज के मरीजों को भी फायदा पहुंचता है। ब्लड शुगर के स्तर को ठीक रखने और इसे बढ़ने से रोकने के लिए प्राचीन समय से ही आंवले का प्रयोग होता आया है। इसका सेवन ताज़ा फल के रूप में किया जा सकता है, आंवले को सुखाकर या आंवले का मुरब्बा प्रयोग किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर के अनुसार, अग्नाश्य शोथ Pancreatitis को रोकने के लिए आंवला एक प्रभावी घटक है। अग्न्याशय से बनने वाला हार्मोन।, Blood Sugar के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए महत्वपूर्ण है। आंवले में क्रोमियम नमक तत्व होता है, यह तत्व कार्बोहाइड्रेट चया-पचय को नियंत्रित करता है और कहा जाता है कि यह शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक प्रभावी बनाता है, और Blood Sugar को भी नियंत्रित रखता है। आंवला में विटामिन-सी प्रचूर मात्रा में होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है। शोध से पता चलता है कि शरीर में ऑक्सीडेटिव, तनाव मधुमेह और संबंधित बीमारियों का मूल कारण होता है। आंवले में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीकरण के नकारात्मक प्रभावों को समाप्त कर देते हैं, जिससे आपको Blood Sugar के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
What is Blood Sugar: ( ब्लड शुगर क्या है ?)
Blood Sugar रक्त में मौजूद ग्लूकोज (Sugar) की मात्रा है । Glucose शरीर की ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है । भोजन के पचने के दौरान कार्बोहइड्रेट के विघटन से शरीर में Glucose बनता है, इस ग्लूकोस के स्तर को नियंत्रित करने के लिए शरीर अग्नाशय द्वारा निर्मित इन्सुलीन नमक हार्मोन का प्रयोग करता है । इन्सुलीन हार्मोन ग्लूकोस को शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करने की अनुमति प्रदान करता है । जहा से शरीर इसका उपयोग ऊर्जा के रूप में करता है तथा भविष्य के लिए कोशिकाओं में संगृहीत करता है ।Blood Sugar के स्तर को बनाये रखना क्यों महत्वपूर्ण है ।
शरीर के समग्र स्वाथ्य को बनाये रखने के लिए Blood Sugar के स्तर को बनाये रखना बहुत जरुरी है । जब ब्लड में Blood Sugar का स्तर सामान्य से बहुत अधिक या बहुत कम हो जाता है तो यह कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनता सकता है , High Blood Sugar या जिसे हाइपरग्लेसेमिया (Hyperglycemia) के रूप में भी जाना जाता है । के कारण रक्त वाहिनियों और आंतरिक अंगो को नुकसान पंहुचा सकता है । जिससे ह्रदय और गुर्दे को भारी नुकसान पहुँचता है । तथा Lo-blood Sugar जिसे हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) के रूप में भी जाना जाता है , जिससे शारीरिक में अस्थिरता, चक्कर आना , भ्रम होना और चेतन शून्यता के लक्षण पैदा हो सकते है ।सामान्य Blood Sugar रेंज क्या है ? What is Your Normal Blood Sugar?
सामान्यतया खाली पेट Blood Sugar रेंज 70 और 99 mg /dl की बीच में होती है। और खाना खाने की बाद Blood Sugar रेंज 70 और 140 mg /dl की बीच में होती है। हलाकि ये सीमाएं आयु और स्वास्थ्य स्थिति और अन्य कारको के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। जिसकी जानकारी योग्य डॉक्टर से परामर्श के आधार पर जानी जा सकती है ।हाई ब्लड शुगर क्या है ?: What is High Blood Sugar?
हाई ब्लड शुगर, जिसे हाइपरग्लेसीमिया (Hyperglycemia) भी कहा जाता है, यह तब होता है जब रक्त में ग्लूकोस की मात्रा बहुत ज्यादा हो जाती है और अग्नाशय पर्याप्त मात्रा में इन्सुलीन का निर्माण नहीं कर पाता है या हमारा शरीर इन्सुलीन का अच्छे ढंग उपयोग नहीं कर पाता है। तो इस स्थिति को हाई ब्लड शुगर (High Blood Sugar) के नाम से जाना जाता है ।ब्लड शुगर का टेस्ट कैसे करे ? : How To test blood sugar?
ब्लड शुगर का परीक्षण ग्लूकोमीटर (Glucometer) द्वारा किया जाता है , ग्लूकोमीटर (Glucometer) में एक Strip लगी होती है जिसपर रक्त की एक बून्द डाली जाती है तथा कुछ क्षणों में परिणाम ग्लूकोमीटर (Glucometer) की Screen में दिख जाता है। जिससे Blood Sugar का निर्धारण किया जाता है ।प्रीडायबटीज़ क्या है ? what is Prediabetes ?
प्रीडायबटीज़ एक ऐसी स्तिथि है जिसमे Glucose का स्तर सामान्य से अधिक होता है लेकिन मधुमेह के रूप में वर्गीकृत होने के लिए पर्याप्त नहीं होता है, प्रीडायबटीज़ वाले लोगो में टाइप 2 डायबटीज़ होने का खतरा अधिक होता है। अगर समय रहतेलाइफस्टाइल, खान-पान और शारीरिक एक्सरसाइज पर ध्यान दिया जाये तो मधुमेह होने के खतरे को कम करने में मदद हो सकती है ।
इन्सुलीन प्रतिरोध क्या है ? What is Insulin Resistance?
इन्सुलीन प्रतिरोध एक ऐसी स्थिति जिसमे शरीर की कोशिकाये इन्सुलीन के प्रति प्रीतिरोधी हो जाती है। यानि कोशिकाएं इन्सुलीन का प्रतिरोध करती है , जिससे इन्सुलीन कोशिकाओ में नहीं जा पता और Glucose का स्तर नियंत्रित नहीं होता, जिसके कारण उच्च रक्तचाप, उच्चकोलेस्ट्रोल, और अन्य शारीरिक समस्याए पैदा हो जाती है, इन्सुलीन प्रतिरोध टाइप 2 मदुमेह होने का कारण बनता है ।High Blood Sugar के लक्षण
सामान्यतया High Blood Sugar के लक्षणो में कई प्रकार के लक्षण हो सकते है जो निम्नलिखित है :-⇨ बार-बार पेशाब होना
⇨ प्यास अधिक लगना
⇨ मुँह सूखना
⇨ आँखों की दृस्टि कमजोर होना या धुंदला दिखाई देना
⇨ थकान और कमजोरी महसूस होना
⇨ सरदर्द होना
⇨ एकाग्रता में कमी आना आना
⇨ हाथ-पैर में सुन्नता या सुन्नपन होना
⇨ घाव जल्दी से नहीं भरना
⇨ स्वाभाव में चिड़चडा होना
⇨ चक्कर आना या उलटी होना आदि
नोट :- यहाँ एक बात ध्यान देने की है कि कुछ उच्च ब्लड शुगर वाले लोगो को किसी भी प्रकार के प्रारम्भिक लक्षणों का अनुभव नहीं होता है, Blood की नियमित जाँच से ही Blood Sugar है या नहीं का निर्धारण किया जा सकता है ।
शुगर कम करने के घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक औषधि : (Home remedies to reduce Blood sugar)
निचे कुछ शुगर कम करने के घरेलू उपाय दिए गए है जिनसे शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।1. दालचीनी : हमारी रसोई में दालचीनी एक मसले के रूप में प्रयोग करते है तथा यह Blood Sugar को नियंत्रित करने तथा इन्सुलीन प्रतिरोध को कम करने में मदद करता है, इसको आप अपनी चाय , कॉफी में डालकर उपयोग कर सकते है ।
2. सेब का सिरका : यह मन जाता है कि सेब का सिरका इन्सुलीन प्रतिरोध में सुधर करता है, साथ ही Blood Sugar के लेबल को Control करता है । इसका एक से दो बड़े चम्मच एप्पलसाइडेड विनेगर को पानी में मिलाये और भोजन से पहले इसका सेवन करें ।
3. करेला : करेला का उपयोग Blood Sugar को नियंत्रित करने के मदद करता है , घरेलू चिकित्सा में इसका खूब उपयोग किया जाता है, करेले में ऐसे योगिक घटक पाए जाते है जो Blood Sugar के स्तर को Control करने में मदद करते है । करेले को आप सब्ज़ी या करेला जूस के रूप में इस्तेमाल कर सकते है ।
4. पानी : दिनभर में खूब पानी पीने से निर्जलीकरण को रोकने में मदद मिलती है, जिससे Blood में Glucose की मात्रा की नियंत्रित किया जा सकता है । प्रीतिदिन काम से काम 8 गिलास पानी पीना चाहिये ।
5. ग्रीनटी (Green Tea) : ग्रीनटी (Green Tea) में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो इंसुलिन के प्रतिरोध को रोकने में सुधार करने और Blood Sugar के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। प्रतिदिन एक से तीन कप ग्रीन टी (Green Tea) का सेवन अवश्य करें ।
6. आंवला : आंवला एक ऐसा फल है जो कई पोषक तत्वों से भरा होता है। इसमें अनेक बीमारियों का इलाज करने की शक्ति होती है। आंवले से डायबिटीज के मरीजों को भी फायदा पहुंचता है। ब्लड शुगर के स्तर को ठीक रखने और इसे बढ़ने से रोकने के लिए प्राचीन समय से ही आंवले का प्रयोग होता आया है। इसका सेवन ताज़ा फल के रूप में किया जा सकता है, आंवले को सुखाकर या आंवले का मुरब्बा प्रयोग किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड मेडिकल सेंटर के अनुसार, अग्नाश्य शोथ Pancreatitis को रोकने के लिए आंवला एक प्रभावी घटक है। अग्न्याशय से बनने वाला हार्मोन।, Blood Sugar के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए महत्वपूर्ण है। आंवले में क्रोमियम नमक तत्व होता है, यह तत्व कार्बोहाइड्रेट चया-पचय को नियंत्रित करता है और कहा जाता है कि यह शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक प्रभावी बनाता है, और Blood Sugar को भी नियंत्रित रखता है। आंवला में विटामिन-सी प्रचूर मात्रा में होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है। शोध से पता चलता है कि शरीर में ऑक्सीडेटिव, तनाव मधुमेह और संबंधित बीमारियों का मूल कारण होता है। आंवले में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीकरण के नकारात्मक प्रभावों को समाप्त कर देते हैं, जिससे आपको Blood Sugar के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
7. तुलसी की पत्ती: सुबह-सुबह खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्तियों को खूब चबाएं,या फिर आप चाहें तो तुलसी के पत्तियों का रस भी पी सकते हैं । या इसका काढ़ा बनाकर इसका सेवन का सकते है, इससे आपका Blood में शुगर की मात्रा को नियंत्रण में लाया जा सकता है। तुलसी के सेवन के साथ में यदि आप Blood Sugar को कम करने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो ध्यान रखें और डॉक्टर्स से परामर्श जरूर लें । क्योंकि तुलसी Blood Sugar को तेजी से कम करने का कार्य करती है ।
8. दाना मेथी : दाना मेथी के बीजो में फाइबर की मात्रा अधिक होती हैं, जो की Blood Sugar के स्तर को कम करने में मदद करता है। दाना मेथी को रात में भिगोकर रख दें और सुबह इसके पानी को नितार कर सेवन करें।
9. नियमित योग और कसरत (शारीरिक मेहनत) : नियमित रूप से कसरत और व्यायाम इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने और Blood Sugar में सुधार लाने में मदद कर सकता है। सप्ताह में कम से कम 20 से 30 मिनट नियमित योग व कसरत (शारीरिक मेहनत) करने का प्रयास करें ।
8. दाना मेथी : दाना मेथी के बीजो में फाइबर की मात्रा अधिक होती हैं, जो की Blood Sugar के स्तर को कम करने में मदद करता है। दाना मेथी को रात में भिगोकर रख दें और सुबह इसके पानी को नितार कर सेवन करें।
9. नियमित योग और कसरत (शारीरिक मेहनत) : नियमित रूप से कसरत और व्यायाम इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने और Blood Sugar में सुधार लाने में मदद कर सकता है। सप्ताह में कम से कम 20 से 30 मिनट नियमित योग व कसरत (शारीरिक मेहनत) करने का प्रयास करें ।
Disclaimer: यहाँ यह बात अवश्य ध्यान में रखना चाहिए कि ये घरेलु उपाय ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक जरूर है लेकिन ब्लड शुगर का सम्पूर्ण उपचार नहीं है, कृपया इन उपयो के साथ अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
आशा करता हु की इस लेख में बताये गए शुगर कम करने के घरेलू उपाय से आपके मन में उठ रहे सवालो के जवाब मिले होंगे, अगर ये जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो आपने मित्रो को जरूर शेयर करना, हो सकता है उनका भला हो जाये, अगर इससे जुड़ी कोई और जानकारी हो या कोई सुझाव हो तो comment Box में कॉमनेट जरूर करें ।
नमस्कार
आपका दिन शुभ हो..