मालिश शरीरिक सुख और उत्तम स्वास्थ के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। मालिश से शरीर के तनाव और दर्द कम होते हैं और आपका शरीर तरो-ताजा और ऊर्जा से भरा महसूस होता है। एक अच्छी मालिश के लिए सही तेल का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां हम मालिश के लिए कौन सा तेल अच्छा है उसके बारे में जानेंगे।
वैसे तो मालिश के लिए मौसम और जरुरत के अनुसार अलग-अलग प्रकार के तेलों का चुनाव किया जाता है लेकिन कुछ तेल ऐसे होते है जिनका इस्तेमाल हर मौसम में किया जा सकता है। मालिश के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले तेल इस प्रकार है :-
- नारियाल का तेल
- सरसों का तेल
- जैतुन का तेल
- बादाम का तेल
- तिल का तेल
नारियल तेल से मालिश के लाभ
नारियल का तेल मालिश के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसमें विटामिन-ई और लौरिक एसिड ( Lauric Acid ) होते हैं जो कि त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। यह तेल त्वचा की खुश्की को दूर करता है और त्वचा को नरम और मुलायम बनाता है।
नारियल का तेल त्वचा को सम्पूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है। इसके अलावा यह खाज-खुजली, एक्जिमा और दाद आदि से निजात पाने में मदद कर सकता है। नारीयल तेल के इस्तेमाल से शारीरिक तनाव और मासपेशियो के दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
इसके अलावा नारियल का तेल बालो के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है इसमें मौजूद मत्वपूर्ण तत्व और विटामिन-ई बालो को घना और मजबूत बनाने के साथ-साथ रुसी और डेन्ड्रफ को साफ़ करने में भी मदद करता है।
कैसे इस्तेमाल करे :
नारियल का तेल सामान्य रूप से सीधा ही त्वचा पर लगाया जाता है, मौसम के अनुसार इसको हल्का गर्म या सामान्य तापमान पर इसको इस्तेमाल किया जा सकता है।
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सरसों के तेल की मालिश के फायदे
सरसो का तेल लगभग सभी घरो में इस्तेमाल किया जाता है। खाना बनाने के अलावा सरसो का तेल मालिश के लिए भी उत्तम होता है। आयुर्वेद में सरसो के तेल उत्तम बताया गया है। सरसों का तेल गर्मी-सर्दी दोनों मौसम में बहुत फ़ायदे-मंद होता है।
इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। आयुर्वेद में अनेको शारीरिक समस्याओ के उपचार के लिए सरसो के तेल को विभिन्न प्रकार से उपयोग किया जाता है।
इसके अलावा सरसों तेल का इस्तेमाल बालों के लिए भी बहुत अच्छा होता है इसमें मौजूद मत्वपूर्ण तत्व बालो को घना और मजबूत बनाने के साथ-साथ रुसी और डेन्ड्रफ को साफ़ करने में भी मदद करते है।
कैसे इस्तेमाल करे :
सरसो का तेल हर प्रकार के मौसम में तरल अवस्था में ही बना रहता है, इसको इस्तेमाल करने से पूर्व हल्का गर्म करके प्रयोग किया जाये तो अच्छा रहता है। सरसो तेल को अपने हाथो पर लगा कर मसाज के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
मसाज के लिए सरसो के तेल को शरीर पर हल्के हाथ से मालिश करें। इसे आप अपने पूरे शरीर पर लगा सकते हैं, जैसे की हाथ, पैर, पिंडलिया, कमर, गर्दन, चेहरा आदि। इससे आपके शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और तनाव से छुटकारा मिलता है।
जैतून तेल की मालिश के फायदे :
जैतुन (Oilve Oil ) का तेल एंटीऑक्सीडेंट से भरपुर होता है, इसलिए ये त्वचा के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। ये तेल त्वचा को नरम और चमकदार बनाता है। जैतुन का तेल बालों के लिए भी बहुत अच्छा होता है इसके नियमित इस्तेमाल से बालों का गिरना और डैंड्रफ जैसी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
कैसे इस्तेमाल करे :
जैतुन (Oilve Oil ) के तेल को मसाज के लिए प्रयोग करने से पहले हल्का गरम करना बहुत जरूरी है। फिर इस तेल को अपने हाथों पर लगा कर मसाज के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
मसाज के लिए जैतून (Olive Oil) के तेल को शरीर पर हल्के हाथ से मालिश करें। आप इसे अपने पूरे शरीर पर लगा सकते हैं, जैसे की हाथ, पैर, पिंडलिया, कमर, गर्दन, चेहरा आदि। इससे आपके शरीर की मांसपेशिया मजबूत होती हैं और तनाव से छुटकारा मिलता है।
आप चाहें तो जैतून के तेल में कुछ बूंद एसेंशियल ऑयल जैसे लैवेंडर, पेपरमिंट, या कैमोमाइल को भी मिला सकते हैं। इससे आपको मसाज से प्राप्त लाभ और भी अधिक होते हैं।
जैतून के तेल की मालिश करने के बाद इसे कुछ समय तक शरीर पर रहने दे। फिर इसे साफ पानी से धो लें। ऐसा करने से आपके शरीर की त्वचा को बहुत फ़ायदा होगा और आपको शांति और सुकून की अनुभूति होगी।
बादाम तेल की मालिश के फायदे
बादाम (Almond Oil) का तेल बहुत सारे पोषक तत्वों जैसे विटामिन ई, मैग्नीशियम और कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है। जो कि त्वचा और माशपेशियों के लिए बहुत ही कारगर और असरदार है। इसका इस्तेमाल प्रायः सिर की मसाज के लिए किया जाता है। नवजात से लेकर हर उम्र तक के व्यक्तियों की मालिश के लिए तो सर्वोत्तम तेल है। इसके अलावा ये तेल बालो और त्वचा को नरम और मुलायम बनाये रखने में मदद करता है। इसके नियमित इस्तमाल से बालों का गिरना रोका जा सकता है।
बालो के लिए: बादाम का तेल (Almond Oil) बालो के लिए बहुत फायदेमंद है। आप इसे सीधे बालों में लगा सकते हैं या फिर हल्का गरम करके लगायें। हल्का गरम तेल बालों में लगाने से बाल जल्दी से पोषित होते हैं और बालों की चमक बढ़ती है। बालों में लगाने के लिए, बादाम का तेल को अपने हाथों में गरम करें और अपने बालों की जड़ो में मलिश करें। ध्यान रहे, तेल बालों की जड़ो तक पहुचना चाहिए।
कैसे इस्तेमाल करे :
बादाम का तेल (Almond Oil) आपके शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। आप इसे सीधे शरीर पर लगा सकते हैं या फिर इसे हल्का सा गरम करके मालिश करें। बादाम का तेल शरीर में रक्त संचार को बढ़ाता है और शरीर को पोषण देता है। शरीर पर लगाने के लिए बादाम के तेल को अपने हाथों में गरम करें और अपने शरीर पर मलिश करें। ध्यान रहे, तेल को अच्छी तरह से अवशोषित होने दीजिए।
तिल का तेल की मालिश के फायदे
आयुर्वेद की माने तो तिल का वात दोष से उत्पन्न समस्याओं में प्रयोग किया जाता है अर्थात तिल के तेल की प्रकृति गर्म होती है जिससे इसका इस्तेमाल से माशपेशियों की ऐंठन और जोड़ो के दर्द से रहत पाने की लिए किया जाता है। आयुर्वेद में विभिन्न दर्द निवारक तेलों में तिल का तेल इस्तेमाल किया जाता है।
तिल का तेल शरीर की मालिश के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। तिल का तेल तनाव और दर्द को कम करने में सहायक होता है। इसके अलावा ये तेल बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
कैसे इस्तेमाल करे :
तिल के तेल का प्रयोग अधिकतर सर्दियों के मौसम में ही किया जाता है, क्योकि इसकी प्रकृति गर्म होती है इसलिए इसका इस्तेमाल वात से उत्पन्न रोगो जैसे जोड़ों और घुटनो के दर्द के इलाज की लिए किया जाता है। इसका प्रयोग भोजन बनाने , आयुर्वेदिक दर्द निवारक तेल बनाने, सम्पूर्ण शरीर की मालिश में किया जाता है।
आप इसे सीधे शरीर पर लगा सकते हैं या फिर इसे हल्का गरम करके मालिश करें। तिल का तेल शरीर में रक्त संचार को बढ़ाता है और शरीर को पोषण देता है। शरीर पर लगाने के लिए तिल का तेल अपने हाथों में गरम करें और अपने शरीर पर मलिश करें। ध्यान रहे तेल को अच्छी तरह से अवशोषित होने दीजिए।
अलसी के तेल की मालिश के फायदे
अलसी के तेल को शरीर की मालिश के लिए इस्तमाल किया जा सकता है। अलसी का तेल एक प्राकृतिक तेल है, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। अलसी के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड, अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) और विटामिन ई जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं।
कैसे इस्तेमाल करे :
अलसी के तेल को हल्का सा गरम करके प्रयोग करे। इससे तेल का पर्याप्त पोषण शरीर में अवशोषित होने में मदद मिलेगी। अलसी के तेल को अपने हाथों की हथेलियों पर लगाए और अपने शरीर पर हल्का-हल्का मलिश करें। मलिश के बाद तेल को शरीर पर 20 से 30 मिनट तक लगा रहने दें, ताकि शरीर पर्याप्त पोषण अवशोषित कर सकें।
लहसुन और सरसों का तेल की मालिश के लाभ
जैसा की हम जानते है कि सरसो के तेल में विटामिन ई, प्रोटीन और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो जलन, सूजन और दर्द से राहत पाने के लिए उपयोगी होते हैं। ठीक इसी प्रकार लहसुन में एलिसिन (Allicin), सल्फर यौगिक (Sulfur-Compounds), विटामिन (Vitamins), खनिज तत्व (Minerals), एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants), फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids) और फेनोलिक एसिड (Phenolic Acid) जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में सहयोगी होते हैं।
सरसो का तेल और लहसुन वात और कफ जनित रोगो में लाभदायक होता है। जब लहसुन को सरसो के तेल में डालकर गर्म किया जाता है तो लहसुन के ये सारे गुण सरसो के तेल में आ जाते है और सरसो का ये तेल एक औषधि की तरह काम करता है।
लहसुन और सरसों का यह तेल आप स्किन प्रॉब्लम यानि दाद-खाज, खुजली, एक्जिमा, घाव और सूजन आदि के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है। खास कर जोड़ो और माशपेशियों के दर्द वाली जगह पर इसकी मालिश बहुत लाभदायक सिद्ध होती है।
तेल मालिश करने की विधि
लहसुन और सरसों के तेल की मालिश करने के लिए इस तेल को हल्का सा गर्म करके प्रयोग करे, इसे हथेली पर लगा कर जरुरत वाली जगह पर हल्के हाथो से मसाज करे। मसाज हमेशा ऊपर से निचे की तरफ ही करे मालिश के लिए तेल हल्का गर्म ही इस्तेमाल करे और मालिश के कम से कम 30 मिनट बाद शरीर को गुनगुने पानी से साफ करे, या स्नान करे।
इनके अलावा आयुर्वेद में कुछ जड़ी-बूंटियो को मिलकर कई अन्य प्रकार के तेल बनाए जाते हैं, जो विभिन शारीरिक रोगो के लिए उपयोग किये जाते है। जिनमे से कुछ प्रमुख तेलो के नाम निम्नलिखित हैं:
- ब्राह्मी तेल (Bacopa Oil): इस तेल में ब्राह्मी जैसी आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग किया जाता है, जो दिमाग की शक्ति और चिंतन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।
- महानारायण तेल: महानारायण तेल शरीर के दर्द, सर्दी और जुकम जैसे रोगो के उपचार के लिए प्रयोग किया जाता है। इसमें तेल में दर्द को कम करने वाले गुण होते हैं।
- षडबिन्दु तेल : षडबिन्दु तेल एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक तेल है जो आमतौर पर नस्य चिकित्सा के लिए प्रयोग किया जाता है। नस्य चिकित्सा एक प्रकार का आयुर्वेदिक उपचार है जिसमे इस औषधि तेल का इस्तेमल नाक के द्वारा किया जाता है। षडबिन्दु तेल का प्रयोग सर दर्द, साइनस, जुकम जैसे रोगो से राहत प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।
- षडबिन्दु तेल मुख्य रूप से तिल के तेल और अनेक प्रकारों की जड़ी-बूटियों से बनता है जिसमे भृंगराज, कपूर, जटामांसी आदि शामिल है। इस तेल में प्राकृतिक औषधि के गुण होते हैं, जो मानसिक स्थिति को शांत रखने में और दिमाग की शक्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- चंदन बाला लक्ष्यादि तेल: चंदन बाला लक्ष्यादि तेल शारीरिक दर्द और मानसिक तनव को दूर करने में मदद करता है। इसमें चंदन, बाला, लक्ष्यादि जैसे अनेक अन्य आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी-बूंटियो का प्रयोग किया जाता है।
- कुमकुमादी तेल: कुमकुमादी तेल, त्वचा के लिए एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक तेल है, जो त्वचा को गोरा, कोमल और चमकदार बनाने में मदद करता है।
- क्षीरबाला तेल: क्षीरबाला तेल, शरीर के दर्द और तनाव को कम करने में मदद करता है। इसमें बाला और क्षीरा जैसे औषधि पदार्थ शामिल होते हैं।