Yogasan and Yogasan Ke Prakar - स्वस्थ जीवन का अचूक मंत्र 

क्या आपने कभी योगासन और Yogasan ke Prakar के बारे में सुना है? निश्चित ही सुना ही होगा। आज-कल यह नाम काफी प्रचलन में है। योगासन (Yogasan) भारतीय योग परम्परा का एक महत्वपूर्ण अंग है इसमें अनेक योगासन के प्रकार है जो सदियों से चले आ रहे है, और आज भी दुनिया भर के करोड़ो लोगों द्वारा इसका अभ्यास किया जाता है। लेकिन वास्तव में योगासन और इसके प्रकार क्या है? आइये जानते है। 

सीधे शब्दों में कहें तो योगासन 
(Yogasan) दो शब्दों के मेल से बना है "योग" और "आसन" अर्थात शरीर और मन को साधने के लिए बैठना और शारीरिक मुद्राओ से मन और श्वास को जोड़ना। योगासन शारीरिक मुद्राओं या 'आसनों' की एक विस्तृत श्रृंखला है जो श्वास और मन पर ध्यान करने का संयुक्त अभ्यास हैं। योगासनों का उपयोग सम्पूर्ण शारीरिक और मानसिक विचारधारा को साधने के लिए किया जाता है। इन योग आसनों और ध्यान के प्रयोग से आप अपने शरीर और मन में अधिक जागरूकता पैदा कर सकते हैं, अपनी श्वास के साथ जुड़ते हुए अपने शरीर के विभिन्न हिस्सों में ऊर्जा के प्रवाह को निर्देशित कर सकते हैं।


Yogasan Ke Prakar


इस लेख के माध्यम से हम योगासन और योगासन के प्रकार की मूल बातें - इसकी उत्पत्ति से लेकर इसके विभिन्न लाभों के बारे में पता लगाएंगे और यह समझने का प्रयास करेंगे कि हम इसे अपनी दिनचर्या में कैसे शामिल कर सकते हैं।


योगासन किसे कहते हैं ? : What is Yogasan

योगासन (Yogasan) भारतीय योग परम्परा का एक महत्वपूर्ण अंग है। जो सदियों से आज तक प्रयोग किया जा रहा है , बिना आसनो के योग संभव नहीं है। योगासन शारीरिक मुद्राओं या 'आसनों' की एक विस्तृत श्रृंखला है जो श्वास और मन पर ध्यान का संयुक्त अभ्यास हैं। आसन से तात्पर्य, शारीरक मुद्राए अर्थात बैठकर, सोकर, लेटकर, खड़े होकर, झुककर आदि, ये सब आसन शारीरिक क्रियाओ को करने का माध्यम है जो अनेको तरीको से किये जाते है। 

इसके बारे में और जानना चाहते हैं? तो सरलतम रूप में योगासन शारीरिक व्यायाम का वह अभ्यास है जिससे शरीर, मन और आत्मा को एकाग्र तथा लयबद्ध करने के लिए व्यवस्थित किया जाता है। जिसका शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और वैचारिक शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है।

इन आसनो को सीखकर और उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप शारीरिक संतुलन और आंतरिक शांति की अनुभूति प्राप्त कर सकते हैं जो आपको ऊर्जावान महसूस कराएगा और आपको जीवन पथ पर जो भी समस्याए या रुकावटे है उनसे लड़ने और उन्हें समाप्त करने की लिए तैयार करेगा। योगासन आपको आपकी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक क्षमता को विकसित करने में आपकी मदद कर सकता है।


योगासन के प्रकार : Yogasan Ke Prakar

योगासन न केवल एक शारीरिक व्यायाम है बल्कि इससे कहीं बढ़कर है। यह शारीरिक व्यायाम के साथ -साथ सम्पूर्ण शरीर और मन को साधने की एक विधा है। जिससे हम अपनी इच्छा के अनुरूप अपने शरीर और मन को नियंत्रित कर सकते है। भिन्न-भिन्न आसन भिन्न-भिन्न तरीको से तथा अलग-अलग आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रयोग किये जाते है।

हमारे प्राचीन ऋषि-महाऋषियो और योग शास्त्रों के ज्ञाताओ ने योग परंपरा के अनुसार कुल 84 लाख योगासन के प्रकार बताये है। ये सभी आसन विभिन्न जीव जंतुओं के नाम से जाने जाते हैं। आज के समय में इनमें से बहुत ही कम आसनों के बारे में जानकारी उपलब्ध हैं। इनमें से मात्र 84 आसन ही ऐसे हैं जिन्हें प्रमुख माना गया है। इनमे से भी वर्तमान समय में मात्र 20 आसन ही ऐसे है जिन्हें लोग आसानी से कर पते है।

Yogasan Ke Prakar



यहाँ पर कुछ सामान्य योगासन के प्रकार और योगासनो के नाम और उनको करने के तरीके बताये गए है :-

  • बैठकर किए जाने वाले आसन।
  • पीठ के बाल लेटकर किए जाने वाले आसन।
  • पेट के बाल लेटकर किए जाने वाले आसन।
  • खड़े होकर किए जाने वाले आसन।

योगासनो के नाम : Names of Yogasan Poses

01. शीर्षासन, 02. सर्वांगासन, 03. पादहस्तासन, 04. अर्ध पादहस्तासन, 05. विपरीतकर्णी सर्वांगासन, 06. सलंब सर्वांगासन, 07. मेरुदंडासन, 08. एकपादग्रीवासन, 09. पाद अंगुष्ठासन, 10. कटिचक्रासन, 11. बालासन , 12. उत्थिष्ठ हस्तपादांगुष्ठासन, 13. द्विपाद विपरित दंडासन, 14. जानुसिरासन, 15. जानुहस्तासन, 16. परिवृत्त जानुसिरासन, 17. पार्श्वोत्तानासन, 18. कर्णपीड़ासन, 19. सुप्त पादअंगुष्‍ठासन, 20. आनंद बालासन, 21. मलासन, 22. पवन मुक्तासन, 23. शवासन, 24. हस्तपादासन, 25. भुजपीड़ासन, 26. वृक्षासन, 27. पद्मासन, 28. लतासन, 29. ताड़ासन, 30. पद्म पर्वतासन, 31. पर्वतासन, 32. मंडूकासन, 33. अधोमुख वृक्षासन, 34. अनंतासन, 35. चंद्रासन, 36. अर्ध चंद्रासन, 37. तालाबासन, 38. हलासन, 39. धनुरासन, 40. आकर्ण अर्ध धनुरासन, 41. आकर्ण धनुरासन, 42. चक्रासन, 43. वज्रासन, 44. सुप्त वज्रासन, 45. नौकासन, 46. विपरित नौकासन, 47. दंडासन, 48. शिलासन 49. सूर्य नमस्कार आदि।




योगासनों से लाभ : Benefits of Yogasan

जैसा की हम जानते है कि योगासनो का अभ्यास करने से कई प्रकार के लाभ मिलते हैं जिस प्रकार की समस्या हो उसी प्रकार के योगासन प्रयोग किये जाते है अलग अलग योगासन के प्रकार से अलग अलग लाभ मिलते है जैसे योगासन शारीरिक क्षमताओं में वृद्धि करते है, मानसिक तनाव को कम करते है और हमारी सोचने-समझने की क्षमता में वृद्धि करते है, शारीरिक लचकता और गतिशीलता में सुधार करते है, हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करते है, और हमारे समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाते है।




योगासनो को करने की तैयारी: Preparation for Yogasan

यदि आप योगासनो को करने की तैयारी कर रहे है तो आपको निम्न बातो का ध्यान रखने की आवश्यकता है। प्रत्येक (Yogasan)आसन को करने से पहले ध्यान रखने योग्य कुछ बातों को यहां दिए गए हैं:




अपने आप को मानसिक रूप से तैयार करे : Prepare yourself mentally

जैसे कि जब भी हम किसी काम को करने से पहले मानसिक रूप से तैयार होते है ठीक उसी प्रकार योग आसनो (Yogasan) को करने से पहले अपने आप को मानसिक रूप से तैयार करे।



समय का चुनाव : Time Selection

योगासनों को करने का सही समय ब्रह्ममहूर्त बताया गया है, अगर आप इस समय नहीं उठ सकते तो आप सूर्योदय पूर्व जरू उठे। इस समय सम्पूर्ण प्रकृति आपको आत्मिक सुख और शांति प्रदान करेगी। प्रातः काल की मधुर बेला में आप अपने आप को अधिक सहज महसूस करेंगे।




शारीरक शुद्धिकरण : Body Defecation

योगासनों को करने से पहले अपने आप को शौच आदि से निवृत करना अति आवश्यक है। क्योकि बिना शुद्धिकरण किये योगासनों को करने से लाभ के स्थान पर हानि होने का डर रहता है। यदि आपको कब्ज आदि रोग से परेशान है तो सबसे पहले उसका निवारण अवश्य करे। 

कब्ज से मुक्ति के लिए आप ये लेख पढ़ सकते है।

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शरीर को गर्म करे:- Warm the Body

योग आसनो को करने से पहले अपने शरीर को कुछ हलके व्यायामों जैसे की कदम ताल, हलकी दौड़, जॉगिंग, जंपिंग जैक, या कोई अन्य एरोबिक आदि गतिविधि से अपने शरीर को गर्म (Warm Up) करे। जिससे आपके शरीर में ब्लड सर्क्युलेशन अच्छे से होगा और मांसपेशियों और जोड़ों को गर्म करने में मदद मिलेगी।


कुछ आरामदायक पहनें : Wear Something Comfortable

योगाभ्यास (Yogasan)के दौरान टाइट फिटिंग वाले कपड़े पहनना असहज हो सकता है, इसलिए कुछ ढीले और आरामदायक कपडे पहने जो आपको स्वतंत्र रूप से गति करने में मददगार हो। आसनो के दौरान ज्वेलरी पहनने से बचें क्योंकि कुछ आसन करते समय ये सामान गतिरोध उत्पन्न कर सकते हैं।



खान-पान : Food and Drink :

योगासनों के दौरान कुछ खाने से बचना चाहिये, लेकिन आप पानी काम मात्रा में पी सकते है इसलिए अपने साथ पानी की बोतल लाना न भूलें।

एक जरुरी चीज वो है अभ्यास के दौरान आप अपना फोन बंद रखे या उसे अपने से दूर रखे। ऐसा करने से अपने योगासनों 
(Yogasan)के अभ्यास के दौरान समग्र एकाग्र चित रहने और ध्यान केंद्रित करने में सहायता मिलेगी। इन तरीको को ध्यान में रखते हुए आप आसनो के दौरान आत्मिक और मानसिक रूप से सुख को अनुभव करेंगे।



सुरक्षित रहने और योगासनों का अधिकतम लाभ उठाने के टिप्स:

योगासनों के अभ्यास में सबसे प्रमुख पहलुओं में से एक है सुरक्षात्मक रूप से करना। यदि आप इसे ठीक से नहीं करते हैं, तो आप आसानी से स्वयं को चोटिल या घायल सकते हैं। योगासनों में से कुछ योगासन (Yogasan)करना कठिन है जो की किसी जानकर योग गुरु के सानिध्य में करना उचित है।



(Yogasan) योगासन करने के बाद क्या अपेक्षा करें :

जब आप योगासनों (Yogasan)का अभ्यास करना शुरू करते हैं, तो आपको कुछ अविश्वसनीय परिवर्तन दिखाई देने लगेंगे। आप अधिक शांत और तनावमुक्त महसूस करेंगे। तथा आपको आंतरिक शांति की अनुभूति होगी जो आपके अभ्यास को समाप्त करने के बाद भी बानी रह सकती है।

इसके अलावा और भी बहुत सारे शारीरिक और मानसिक लाभ प्राप्त होंगे जैसे : आप अपने आप को अधिक लचकदार, शारीरक रूप व मानसिक रूप से बेहतर और हल्का महसूस करेंगे। पहले से बेहतर पाचन शक्ति और एक मजबूत इम्युनसिस्टम हैं। योगासनों के अभ्यास से आपके शरीर को एक ही बार में कसरत और मालिश देने जैसा अहसास होगा। और यह अंगों को मजबूत बनाने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करता है।

चूंकि योग मन और शरीर दोनों के साथ काम करता है, यह तनाव, चिंता, थकान और अनिद्रा को कम करने के लिए बहुत अच्छा है। तो अगर आप अपने आप को थका -थका सा निढाल और मायूस सा महसूस कर रहे हों, तो इस सब से निजात पाने के लिए योगासन करना ना भूलें।





निष्कर्ष : Conclusion : योगासन और योगासन के प्रकार न केवल शारीरिक फिटनेस हासिल करने के तरीके से कहीं अधिक है। बल्कि यह एक संपूर्ण जीवन शैली है। एक आध्यात्मिक यात्रा है जो आपके मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य में गहरा परिवर्तन ला सकती है। 

योगासन अपने आंतरिक चेतना के स्वरुप को जानने और अपनी शारीरिक शक्ति से जुड़ने का एक शानदार तरीका है। योगासन के अभ्यास और समर्पण के साथ आप अपनी क्षमता को विकसित कर सकते हैं और अपने जीवन में संतुलन ला सकते हैं। तो आगे बढ़ें और योगासन की अद्भुत दुनिया में प्रवेश करें। 

आशा करता हु की योगासन के प्रकार से सम्बंधित ये जानकारी आपको जरूर पसंद आयी होगी, आपने भी योग और उसके फायदों के बारे में जानकर इसे अपने दैनिक जीवन में लागु करने का संकल्प लिया होगा। तो आइये इसे स्वयं भी करे और दुसरो को भी प्रेरित करे।



धन्यवाद

आपका दिन शुभ हो।

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