खर्राटे आना एक सामान्य बात है दुनिया भर में लाखो लोग इस समस्या से परेशान है। जिस व्यक्ति को खर्राटे आते है उससे ज्यादा उस व्यक्ति के परिवार वाले परेशान हो जाते है क्योकि खर्राटो से उनकी रातो की नींद ख़राब हो जाती है। वह व्यक्ति और उसके परिवार वाले लोग सही से सो नहीं पाते है। वास्तव में खर्राटे आना कोई बीमारी नहीं है। लेकिन यह किसी अन्य आने वाली बीमारी का संकेत जरूर हो सकता है। जिसको खर्राटे आते है वह व्यक्ति और उसके परिवार के लोग दिन-रात इसी सोच में रहते है की खर्राटे कैसे बंद करें ? (Kharrate Kese Bandh Kare) तो अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य इस खर्राटे आने की समस्या से परेसान है तो आप सही जगह पर है। क्योकि आज हम इस लेख के माध्यम से बिलकुल ही आसन तरीके बतायेगे की खर्राटे क्यों आते हैं और खर्राटे कैसे बंद करें ?
खर्राटे बंध करने के लिए सबसे पहले हमे खर्राटे क्यों आते हैं और खर्राटे आने की पीछे क्या कारण हो सकते है इन कारणों का पता लगाना बहुत जरुरी है तो आइये जानते है।
5. धूम्रपान (Smoking): धूम्रपान से गले में सूजन और जलन हो सकती है, जिससे खर्राटे आ सकते हैं।
6. एलर्जी (Allergies): एलर्जी भी खर्राटे आने में सहायक हो सकती है क्योकि एलर्जीक प्रतिक्रिया से नाक व गले
के नर्म टिशुओं में सूजन या Inflammation हो सकती है, जिससे नाक से सांस ले पाना कठिन हो जाता है।
कैमोमाइल काढ़ा (Chamomile Tea): जिस प्रकार ग्रीन टी या हर्बल टी होती है उसी प्रकार कैमोमाइल का काढ़ा तैयार किया जाता है। कैमोमाइल एक प्रकार का फूल वाली वनस्पति है जिसके फूल का प्रयोग औषधीय रूप में किया जाता है। कैमोमाइल में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी और फ्लेवोनोइड नामक तत्व पाए जाते है जो अंदरूनी अंगो को ताकत और मांसपेशियों की सूजन कम करते है। जो गले की मांसपेशियों को मजबूत बना कर खर्राटे आने को कम करते है। कैमोमाइल काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले इसके फूल को सूखाकर इसका पाउडर बना लें इसके बाद एक कप पानी उबालकर इसमें एक चम्मच कैमोमाइल पाउडर डालकर उबाल लें आपकी कैमोमाइल चाय बिल्कुल तैयार है।
गाय का शुद्ध घी: खर्राटे बंद करने का घरेलू इलाज में गाय का शुद्ध देशी घी भी सहायक हो सकता है। गाय के घी में ऐसे तत्व पाए जाते है जो गले और नाक की रुकावटों को दूर कर नसों और मांशपेशियों को ताकत देते है। जिससे साँस लेने में आसानी होती है। इसका प्रयोग करने के लिए घी को गुनगुना गर्म करके दोनों नथुनों में 2 -2 बूंदे डालें (नस्य लें) और कुछ देर लेटे रहे।
सिंहासन (Simhasana): ये आसन चेहरे और गले की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर रक्त संचार को रेग्युलेट करता है। जिससे गले की मासपेशिया मजबूत होती है और खर्राटे आना बंद हो जाता है। इस आसन को करने के लिए वज्रासन में बैठें, अपने दोनों घुटनों के बीच सही दुरी हो। दोनों हाथो की हथलियों को पैरो के घुटनों पर रख दे। रीड की हड्डी को सीधा रखे, और गहरी साँस ले। अपनी जीभ को जितना हो उतना बहार की ओर निकले । साँस को छोड़ते समय "हा" (शेर के दहाड़ने की आवाज ) ध्वनि करे। इसे परिक्रिया कम से कम 5-7 बार दोहराये।
कपालभाति (Kapalbhati Asan): इस आसन को करने से श्वसन मार्ग खुलता है नाक तथा गले की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इस आसन को करने के लिए आपको सिद्धासन में बैठना है, अपने दोनों हाथ दोनों घुटनों पर रखे। आँखे बंध करे तथा अपनी साँस को बहार की तरफ फेंके। ऐसा कम से कम 10 बार करे।
अनुलोम विलोम (Anulom Vilom): यह आसन भी श्वसन मार्ग को खोलता है तथा गले की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। इस आसन को करने के लिए आपको सिद्धासन में बैठना है, अपने दोनों हाथ दोनों घुटनों पर रखे। आँखे बंध करे और अपने दाये हाथ के अंगूठे से दाया नथूना बंध करे तथा बाये नथूने से गहरी लम्बी साँस ले, साँस को रोककर रखे अब दाये हाथ की अनामिका से बायां नथूना बंध करे और दाये नथूने से साँस धीरे-धीरे छोड़े पुनः अपने दाये हाथ के अंगूठे से दाया नथूना बंध करे तथा बाये नथूने से गहरी लम्बी साँस ले, साँस को रोककर रखे अब दाये हाथ की अनामिका से बायां नथूना बंध करे और दाये नथूने से साँस धीरे-धीरे छोड़े ऐसा कम-से कम 20 बार दोहराये।दोहराये।
निष्कर्ष Conclusion:
खर्राटे लेना एक निराशाजनक समस्या है जो आपको और आपके आस-पास के लोगों की नींद को बाधित करता है सौभाग्य से खर्राटे बंद करने का घरेलू इलाज में योगासन और जीवनशैली में बदलाव ऐसे कई घरेलू उपचार उपलब्ध हैं जो खर्राटों को कम करने और आपके श्वसन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। यदि इन उपायों से भी आपको कोई आराम नहीं मिलता है तो ये किसी अन्य कारणों को इंगित करता है। इसका निर्धारित करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करना उचित है।
खर्राटे कैसे बंद करें (Kharrate Kese Bandh Kare) नामक इस लेख में हमने जाना की कई ऐसे घरेलू उपचार, योगासन और जीवनशैली में बदलाव हैं जो खर्राटों को कम करने और आपके श्वसन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। आशा करता हु कि यह जानकारी आपको जरूर पसंद आयी होगी और इसका लाभ आपको जरूर मिला होगा।
धन्यवाद्
आपका दिन शुभ हो।
खर्राटे बंध करने के लिए सबसे पहले हमे खर्राटे क्यों आते हैं और खर्राटे आने की पीछे क्या कारण हो सकते है इन कारणों का पता लगाना बहुत जरुरी है तो आइये जानते है।
खर्राटे क्यों आते हैं, खर्राटे आने के पीछे क्या है कारण: Causes of Snoring
आम तोर पर खर्राटे आने के निम्न लिखित कारण हो सकते है:-
1. मोटापा (Obesity):
मोटापा (Obesity) अनेको रोगो का कारण हो सकता है जिस व्यक्ति को मोटापा है या जिसका वजन अधिक है उसके गले के आस-पास अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है। जिसके कारण श्वांस मार्ग में अवरोध पैदा हो जाता है जिसके कारण गले के नर्म टिसू में कम्पन होने के कारण आपको खर्राटे आ सकते है।
2. सोने की स्थिति (Sleep Position):
कई बार आपके सोने की पोजीसन सही नहीं होने के कारण जीभ, तालू और टॉन्सिलया मांसपेशियां एक दूसरे के साथ चिपक जाती है जिसके कारण उनमे कम्पन्न उत्पन्न होने लगता है और परिणामस्वरूप हमें खर्राटे आने लगते है।
3. आयु (Age Factor): वयस्कों में लगभग 20% व्यस्को को खर्राटे लेने की सम्भावना रहती है। और व्यस्को से बड़े लोगो में सामान्य वयस्कों के मुकाबले 45% लोगों में खर्राटे लेने की सम्भावना रहती है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे गले की मांसपेशियां कमजोर व शिथिल होती जाती हैं, जिससे गले में वायुमार्ग के अवरुद्ध होने के कारण खर्राटे लेने की संभावना बढ़ जाती है।
4. शराब का सेवन (Drinking Alcohol): शराब के सेवन से गले की मांसपेशिया शिथिल पड़ जाती है। जिसके
कारण गले के नर्म टिसू में कम्पन उत्पन्न होने के कारण आपको खर्राटे आ सकते है।5. धूम्रपान (Smoking): धूम्रपान से गले में सूजन और जलन हो सकती है, जिससे खर्राटे आ सकते हैं।
6. एलर्जी (Allergies): एलर्जी भी खर्राटे आने में सहायक हो सकती है क्योकि एलर्जीक प्रतिक्रिया से नाक व गले
के नर्म टिशुओं में सूजन या Inflammation हो सकती है, जिससे नाक से सांस ले पाना कठिन हो जाता है।
7. स्लीप एपनिया (Sleep Apnea): स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) यह एक नींद से जुड़ी बीमारी की एक गंभीर अवस्था है जिसमे व्यक्ति के सोते समय श्वास कुछ सेकेण्ड से लेकर एक मिनट तक के लिए रुक जाता है,व्यक्ति को श्वास लेने के लिए काफी मसक्क्त करनी पड़ती है, जिससे वायुमार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता और है। जिसके कारण व्यक्ति सोते समय खर्राटे ले सकता है।
8. तकिये का प्रयोग: अधिकतर लोग सोने के दौरान तकिये का प्रयोग करते है, तकिया अगर मोटा और ऊँचा होगा तो सोते समय गर्दन का बैलेंस सही नहीं होगा, जिसके कारण खर्राटे आ सकते है।
खर्राटे बंध करने के टिप्स: Tips for Snoring
खर्राटे बंध करने के लिए ये साधारण से टिप्स आपकी काफी मदद कर सकते है आइये जानते है:-
1. सोने की पोजीशन बदलें: आप पीठ के बजाय करवट लेकर सोने का प्रयास करे जिससे वायुमार्ग को खुला रखने में मदद मिल सकती है।
2. वजन कम करें: आपको जितना हो सके उतना वजन कम करने का प्रयास करना चहिये, इससे गले के अंदरूनी भागो के आसपास की चर्बी कम होगी। जिससे वायुमार्ग की रुकावट कम होकर श्वसन क्रिया सुचारु रूप से होगी और खर्राटे आने की संभावना कम होगी।
3. शराब और धूम्रपान से बचें: शराब और धूम्रपान करने की आदत को जितना हो सके कम करने का प्रयास करे।इससे गले की आंतिरक मांसपेशिया शिथिल नहीं पड़ेगी। और सोते समय श्वसन क्रिया में बाधा नहीं पड़ेगी जिससे खर्राटे आने की संभावना बहुत कम होगी।
4. हाइड्रेटेड रहें: खूब पानी पीने से गले को चिकना रखने में मदद मिल सकती है और खर्राटों के जोखिम को कम किया जा सकता है।
5. तकिये का प्रयोग: अधिकतर लोग सोने के दौरान तकिये का प्रयोग करते है, तकिया अगर मोटा और ऊँचा होगा तो सोते समय गर्दन का बैलेंस सही नहीं रहेगा और गर्दन ऊँची होने के कारण खर्राटे आ सकते है। इसलिए हो सके तो आप तकिये का प्रयोग ना करे या कम उचाई वाले नर्म तकिया प्रयोग करें।
खर्राटे बंद करने का घरेलू इलाज: Home Remedies for Snoring
खर्राटे बंद करने का घरेलू इलाज में हम निम्नलिखित घरेलु उपचारो को भी अपना सकते है:-
शहद का प्रयोग: शहद में एंटी इंफ्लामेट्री, एंटी बायोटिक्स, एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते है। जो गले की अंदुरुनी मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। इसका निरन्तर प्रयोग किया जा सकता है। इसको सुबह श्याम लेने से गले में कम्पन उत्पन्न करने वाली मांसपेशियों को मजबूत करता है जिससे खर्राटे आने की सम्भावना कम रहती है।
हल्दी का प्रयोग: हल्दी एक शक्तिशाली एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक जड़ी है। हल्दी सूजन को कम कर सकती है। और खर्राटों को कम करने में मदद कर सकती है। इसके प्रयोग के लिए हल्दी पॉउडर का प्रयोग दूध के साथ करना चाहिए। आप सोते समय इसका सेवन करते है जिससे यह आपको निर्विरोध रूप से श्वसन क्रिया करने में मदद करेगा और आपके इम्मून सिस्टम को मजबूती देगा। इसके लिए आप एक गिलास गुनगुने दूध में दो चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं और सोने से 30 मिनट पहले पिएं। ऐसा रोजाना करने से आपको अवश्य लाभ मिलेगा।
कैमोमाइल काढ़ा (Chamomile Tea): जिस प्रकार ग्रीन टी या हर्बल टी होती है उसी प्रकार कैमोमाइल का काढ़ा तैयार किया जाता है। कैमोमाइल एक प्रकार का फूल वाली वनस्पति है जिसके फूल का प्रयोग औषधीय रूप में किया जाता है। कैमोमाइल में शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी और फ्लेवोनोइड नामक तत्व पाए जाते है जो अंदरूनी अंगो को ताकत और मांसपेशियों की सूजन कम करते है। जो गले की मांसपेशियों को मजबूत बना कर खर्राटे आने को कम करते है। कैमोमाइल काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले इसके फूल को सूखाकर इसका पाउडर बना लें इसके बाद एक कप पानी उबालकर इसमें एक चम्मच कैमोमाइल पाउडर डालकर उबाल लें आपकी कैमोमाइल चाय बिल्कुल तैयार है।
गाय का शुद्ध घी: खर्राटे बंद करने का घरेलू इलाज में गाय का शुद्ध देशी घी भी सहायक हो सकता है। गाय के घी में ऐसे तत्व पाए जाते है जो गले और नाक की रुकावटों को दूर कर नसों और मांशपेशियों को ताकत देते है। जिससे साँस लेने में आसानी होती है। इसका प्रयोग करने के लिए घी को गुनगुना गर्म करके दोनों नथुनों में 2 -2 बूंदे डालें (नस्य लें) और कुछ देर लेटे रहे।
खर्राटे बंध करने के लिए कुछ योगासन (Yogasan for Snoring):
इन टिप्स और घरेलु उपचारो के अलावा आप निम्नलिखित योगासनों को भी कर सकते है:-
उज्जायी प्राणायाम (Ujjayi Pranayama): उज्जायी प्राणायाम करने से गले की सम्पूर्ण एक्सरसाइज हो जाती है। गले की एक्स्ट्रा चर्बी कम हो जाती है जिससे गले में वायु गतिरोध समाप्त हो जाता है फलस्वरूप खर्राटे आना कम हो जाते है। लेकिन लोगो में इस प्राणायाम को करने के तरीको को लेकर काफी मतभेद है इसलिए आज हम आपको इसको सही से करने के तरीके बताते है। उज्जायी प्राणायाम को करने के लिए सिद्धासन में कमर सीधी कर बैठ जाये, अपने श्वासों पर नियंत्रण करे, अब जब आप श्वास अंदर ले उस समय गले की मांसपेशियों को सिकोड़ ले और श्वांस अंदर खींचे ऐसा करने पर एक आवाज उत्पन्न होगी धबराये नहीं श्वांस गहरी लेनी है, श्वांस लेने के बाद बाये नथुनों से श्वांस छोड़ दें। यह क्रम 5 से 10 बार दोहराये।
सिंहासन (Simhasana): ये आसन चेहरे और गले की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर रक्त संचार को रेग्युलेट करता है। जिससे गले की मासपेशिया मजबूत होती है और खर्राटे आना बंद हो जाता है। इस आसन को करने के लिए वज्रासन में बैठें, अपने दोनों घुटनों के बीच सही दुरी हो। दोनों हाथो की हथलियों को पैरो के घुटनों पर रख दे। रीड की हड्डी को सीधा रखे, और गहरी साँस ले। अपनी जीभ को जितना हो उतना बहार की ओर निकले । साँस को छोड़ते समय "हा" (शेर के दहाड़ने की आवाज ) ध्वनि करे। इसे परिक्रिया कम से कम 5-7 बार दोहराये।
कपालभाति (Kapalbhati Asan): इस आसन को करने से श्वसन मार्ग खुलता है नाक तथा गले की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इस आसन को करने के लिए आपको सिद्धासन में बैठना है, अपने दोनों हाथ दोनों घुटनों पर रखे। आँखे बंध करे तथा अपनी साँस को बहार की तरफ फेंके। ऐसा कम से कम 10 बार करे।
अनुलोम विलोम (Anulom Vilom): यह आसन भी श्वसन मार्ग को खोलता है तथा गले की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। इस आसन को करने के लिए आपको सिद्धासन में बैठना है, अपने दोनों हाथ दोनों घुटनों पर रखे। आँखे बंध करे और अपने दाये हाथ के अंगूठे से दाया नथूना बंध करे तथा बाये नथूने से गहरी लम्बी साँस ले, साँस को रोककर रखे अब दाये हाथ की अनामिका से बायां नथूना बंध करे और दाये नथूने से साँस धीरे-धीरे छोड़े पुनः अपने दाये हाथ के अंगूठे से दाया नथूना बंध करे तथा बाये नथूने से गहरी लम्बी साँस ले, साँस को रोककर रखे अब दाये हाथ की अनामिका से बायां नथूना बंध करे और दाये नथूने से साँस धीरे-धीरे छोड़े ऐसा कम-से कम 20 बार दोहराये।दोहराये।
निष्कर्ष Conclusion:
खर्राटे लेना एक निराशाजनक समस्या है जो आपको और आपके आस-पास के लोगों की नींद को बाधित करता है सौभाग्य से खर्राटे बंद करने का घरेलू इलाज में योगासन और जीवनशैली में बदलाव ऐसे कई घरेलू उपचार उपलब्ध हैं जो खर्राटों को कम करने और आपके श्वसन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। यदि इन उपायों से भी आपको कोई आराम नहीं मिलता है तो ये किसी अन्य कारणों को इंगित करता है। इसका निर्धारित करने के लिए अपने डॉक्टर से बात करना उचित है।
खर्राटे कैसे बंद करें (Kharrate Kese Bandh Kare) नामक इस लेख में हमने जाना की कई ऐसे घरेलू उपचार, योगासन और जीवनशैली में बदलाव हैं जो खर्राटों को कम करने और आपके श्वसन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। आशा करता हु कि यह जानकारी आपको जरूर पसंद आयी होगी और इसका लाभ आपको जरूर मिला होगा।
धन्यवाद्
आपका दिन शुभ हो।