अश्वगंधा के फायदे Ashwagandha Ke Fayde के बारे में हम सभी ने सुना होगा। अश्वगंधा आयुर्वेद में वर्णित अनेकों शक्तिवर्धक और गुणकारी औषधियों में से एक है। जिसका सदियों से यूनानी और भारतीय पारम्परिक आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में उपयोग किया जाता रहा है। अश्वगंधा अपने कारगर और विशिष्ट औषधिय गुणों के लिए जानी जाती है, जो कि विभिन्न प्रकार की शारीरिक परेशानियों और रोगों से लड़ने में हमारी मदद करती है।
हाल ही के वर्षों में अश्वगंधा ने अनेको प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओ के लिए प्राकृतिक उपचार के रूप में लोकप्रियता हासिल की है। आज हम इस लेख के माध्यम से अश्वगंधा के अनेकों औषधिय गुणों और अश्वगंधा के फायदे (Ashwagandha Ke Fayde) का पता लगाएंगे और यह भी जानेंगे कि विभिन्न रोगो के उपचार और अधिकतम स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए इसका उपयोग किस प्रकार से किया जा सकता है।
अश्वगंधा क्या है?: What is Ashwagandha
अश्वगंधा खेत खलियानों और नदी नालो पर बहुतायत में उगने वाली वनस्पति है, अक्सर हमारे आस-पास खाली पड़े स्थानों में इसे देखा जा सकता है। यह नाइटशेड परिवार का एक पौधा है। अश्वगंधा मूल रूप से भारत, नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान में पाया जाता है। सदियों से ही यूनानी और भारतीय आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में इसका उपयोग किया जाता रहा है।
अश्वगंधा की पहचान करने के लिए इसके पत्तों को मसलने पर घोड़े के पेशाब जैसी गंध आती है। इसलिए संस्कृत में इसे अश्वगंधा या वाजिगंधा के नाम से जाना जाता है।आयुर्वेद में अश्वगंधा के फल, मूल (जड़) एवं छाल को विभिन्न प्रकार के रोगों के उपचार में प्रयोग किया जाता है। इसका सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जिसमें अश्वगंधा पाउडर, कैप्सूल और काढ़ा शामिल हैं।
विभिन्न भाषाओं में अश्वगंधा के नाम: Ashwagandha Names in Different Languages
देश - विदेशो और पारम्परिक भाषाओं (Local Languages) में अश्वगंधा को विभिन्न नामो से जाना और पहचाना जाता है ऐसे ही कुछ प्रचलित नामो का उल्लेख यहाँ किया गया है:-
- Ashwagandha in Hindi - असगंध, अश्वगन्धा, आसकन्द, नागोरी-असगन्ध।
- Ashwagandha in Sanskrit - अश्वगंधा, वाजिगंधा, वराहकर्णी, बलदा, वरदा, कुष्ठगन्धिनी।
- Ashwagandha in English - Winter Cherry (विंटर चेरी)
- Ashwagandha in Oriya – असुंध (Asundha)
- Ashwagandha in Urdu – असगंध-नागोरी (Asgandh -Nagori)
- Ashwagandha in Kannada – अमुकारा (Amukkara)
- Ashwagandha in Gujarati – आसन्ध (Aasandh)
- Ashwagandha in Tamil – अमुककिरा (Amukkira) या अम्कुलंग (Amkulang)
- Ashwagandha in Telugu – पनेरुगड्डू (Panerugaddu) या अश्वगन्धी (Ashwagandhi)
- Ashwagandha in Bengali – अश्वगन्धा (Ashwagandha)
- Ashwagandha in Nepali – अश्वगन्धा (Ashwagandha)
- Ashwagandha in Punjabi – असगंद (Asgand)
- Ashwagandha in Malyalam – अमुक्कुरम (Amukkuram)
- Ashwagandha in Marathi – असकन्धा (Askandha)
- Ashwagandha in Arabic – तुख्मे हयात (Tukhme Hayat)
- Ashwagandha in Farasi – मेहरननबरारी (Mehernanbarari) या असगंध-ए-नागौरी (Ashgandh-e-Nagori)
अश्वगंधा के पोषण तत्व : Nutritional Value of Ashwagandha
अश्वगंधा विटामिन, खनिज और अन्य आवश्यक घटकों से भरपूर है। इस पौधे में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी शामिल हैं। अश्वगंधा में प्रति 100 ग्राम की मात्रा में निम्नलिखित पोषक तत्त्व पाए जाते है।
- 245 किलो कैलोरी ऊर्जा
- 49.9 ग्राम कार्बोहाइड्रेट
- 32.3 ग्राम खाद्य फाइबर
- 3.9 ग्राम प्रोटीन
- 3.3 मिलीग्राम आयरन
- 23 मिलीग्राम कैल्शियम और
- 3.7 मिलीग्राम विटामिन सी।
अश्वगंधा में कई सक्रिय घटक पाए जाते है जो शरीर की विभिन्न प्रक्रियाओं को बढ़ाने के लिए उपयोग किए जाते हैं। जबकि फल और पत्तियां टैनिन और फ्लेवोनोइड्स (Flavonoid) से भरपूर होते हैं जो मुक्त कणों (Free Radical) से होने वाले नुकसान को दूर करने और ऑक्सीडेटिव (Oxidative) तनाव को कम करने में सहायता करते हैं।
अश्वगंधा की जड़ें महत्वपूर्ण वाष्पशील तेलों अमीनो एसिड और अल्कलॉइड से भरी होती हैं। जर्मन व रूसी वैज्ञानिकों ने भी अश्वगंधा की जड़ों में अन्य एल्केलाइड होने का भी दावा किया है।
अश्वगंधा के फायदे (Ashwagandha Ke Fayde): Ashwagandha Benefits in Hindi
अश्वगंधा के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए कई फायदे हैं। अश्वगंधा के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:
अश्वगंधा के फायदे पुरुषों के लिए : Improve Physical Weakness
शारीरिक परिश्रम करने वाले और खेल से जुड़े व्यक्तियों के लिए अश्वगंधा एक वरदान के सामान है। इसके नियमित सेवन करने से शारीरिक क्षमता बढ़ती है। अश्वगंधा एक ऐसी जड़ी बूटी है जो शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए उपयोगी होती है। इसके सेवन से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।
अश्वगंधा में विथानोलाइड नामक योगिक घटक पाए जाते है जो मांसपेशियों के विकास और शक्ति को बढ़ाने वाले कुछ हार्मोनों की उत्पत्ति को प्रोत्साहित करते है। इसके अलावा यह शरीर में जमी हुई जंग को दूर करती है जो कमजोरी का कारण बन सकती है। इसलिए अश्वगंधा को सेवन करना शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए एक अत्यंत उपयोगी और प्रभावी तरीका होता है।
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अश्वगंधा तनाव और चिंता को कम करती है : Ashwagandha Reduces Stress & Tension
अश्वगंधा के फायदों में से एक है कि यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। कुछ वैज्ञानिक अध्ययनों ने इस दावे को समर्थन दिया है।अश्वगंधा में मौजूद कुछ एक्टिव संघटक जैसे कि विदारी, ट्रायफाला और वितानी, स्ट्रेस हार्मोन को कम करने में मदद करते हैं। इन एक्टिव संघटकों के सेवन से तनाव और चिंता कम होते हैं जो एक व्यक्ति को स्वस्थ और खुश रखने में मदद करता है।
एक अध्ययन में पाया गया है अश्वगंधा के सेवन से कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन के स्तर में कमी आती है, जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। अश्वगंधा का सेवन करने वाले लोगों को स्ट्रेस से जुड़ी समस्याओं में सुधार दिखाई दिया। इसलिए, अश्वगंधा तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है और इसके लिए इसका नियमित सेवन फायदेमंद हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य : Ashwagandha Improves Mental Health
आयुर्वेद में अश्वगंधा को मानसिक स्वास्थ्य के लिए मध्यम रासायन कहा गया है इसका सेवन करने से एकाग्रता, लर्निंग, बाइपोलर डिसऑर्डर, स्ट्रेस, एन्ग्जाइटी, डिप्रेशन, नियुरल फंक्शन, मेमोरी प्रॉब्लम, और अन्य ब्रैन डिसॉर्डर आदि में सुधार करता है। ऐसा माना जाता है कि अश्वगंधा हमारे मस्तिष्क को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचा सकता है, जो संज्ञानात्मक और Concentration Power में गिरावट में एक प्रमुख कारक मना जाता है।
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रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है: Ashwagandha Improves Immune Power
अश्वगंधा में इम्यून-मॉड्यूलेटिंग(Immune Modulating) गुण पाए जाते हैं, जिसका अर्थ है कि यह प्रतिरक्षा तन्त्र प्रणाली को विनियमित करने में मदद करता है। यह सफेद रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) के निर्माण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान करता है। जो वायरल और संक्रमण जैसी बीमारी से लड़ने में हमारी मदद करता है।
मोटापा कम करने में सहायक : Ashwagandha Reduce Weingt
अश्वगंधा मोटापा कम करने में भी सहायता करता है फिर वो चाहे थायरोइड, डायबिटिज या किसी स्ट्रेस-हार्मोनल इम्बैलेंस के वजह से हो, हमारे रक्त में तनाव आदि के कारण कार्टिसोल लेवल बढ़ने लगता है जिससे शरीर में चर्बी जमा होने लगती है। फलस्वरूप व्यक्ति मोटापे का शिकार हो जाता है और उसे पता भी नहीं चलता की इसकी वजह क्या है।
इन सब में अश्वगंधा को निर्धारित मात्रा में नियमित रूप से सेवन करने से बहुत ही अच्छा लाभ मिलता है। इसको आप गुनगुने दूध के साथ ले सकता है।
सूजन को कम करता है : Ashwagandha Reduces Inflammation
अश्वगंधा एक प्राकृतिक औषधि है जो एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होती है। वैज्ञानिक शोधों में देखा गया है कि अश्वगंधा का सेवन करने से इंटरलुकिन-6 (IL-6) और क्रेटिनाइन के स्तर में कमी आती है, जो शरीर में सूजन को बढ़ावा देते हैं।
अश्वगंधा में एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते है जो शरीर में मौजूद संबंधित एंजाइमों को सक्रिय करता है जो शरीर में फेफड़ों की संवेदनशीलता को नियंत्रित करते हैं। इससे अश्वगंधा फेफड़ों में दर्द और सूजन को कम करती है। अश्वगंधा का सेवन करने से इलेक्ट्रॉलाइट का संतुलन बढ़ता है, जो सूजन को कम करने में मदद करता है। अश्वगंधा एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होती है जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करती है।
कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को कम करता है: Ashwagandha Reduces Cholesterol & Sugar Lavel
अश्वगंधा शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल और शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकती है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण निम्नलिखित हैं।
अश्वगंधा का सेवन करने से शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड का स्तर बढ़ता है, जो शरीर के धमनियों को फैलाने में मदद करता है। इससे धमनियों का विस्तार होता है और रक्त का बहाव बढ़ता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। जो हृदय रोग के जोखिम को कम करता हैं।
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एक वैज्ञानिक शोध में देखा गया कि अश्वगंधा का सेवन करने से इंसुलिन की उत्पादन क्षमता बढ़ती है जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। अध्ययन में देखा गया था कि अश्वगंधा का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों के शुगर के स्तर में कमी आई थी। जो टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करता हैं।
इन सब से ज्ञात होता है कि अश्वगंधा शरीर में कोलेस्ट्रॉल और शुगर के स्तर को कम करने में मदद करती है।
टेस्टोस्टेरोन और मेल फर्टिलिटी को बढाता है: Ashwagandha Improve Testosterone & Fertility
आयुर्वेद के अनुसार अश्वगंधा वीर्य वर्धक और वीर्य सोधन का कार्य करता है। अश्वगंधा में मौजूद प्राकृतिक घटक मानव प्रजनन तंत्र को स्टिमुलेट और रेगुलेट करता है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को प्राकृतिक रूप से बढाता है । अश्वगंधा स्पर्म की क्वालिटी, क्वान्टिटी को बहुत ज्यादा बढ़ा देता है।
अश्वगंधा लेने का सबसे अच्छा फायदा यह है की ये वो सब कर सकता है जो स्टेरॉइड करता है वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के, यानी ये टेस्टोस्टेरोन का ज्यादा उत्पादन प्राकृतिक रूप से करने मे मदद करता है।
बालों और त्वचा के लिए लाभदायक: Ashwagandha for Hair and Skin Care
अश्वगंधा त्वचा और बालों के लिए वरदान है। इसमे एंटी-एजिंग और एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाये जाते है। जो फ़्री रेडीकल को नष्ट कर झुर्रियों और बढ़ती उम्र की परेशानियो से बचाता है। यह त्वचा को प्राकृतिक रूप से मुलायम और नमीयुक्त रखता है। अश्वगंधा में मौजूद यौगिक घटक कोलेजन और इलास्टिन को भी बढाता है जो त्वचा की झुर्रियों और महीन रेखाओं को दूर करता है।
अश्वगंधा बालों को झड़ने और रुखे होने से भी बचाती है। त्वचा में मौजूद मेलेनीन कम्पाउंड जो की बालों और स्किन के रंग को बनाने के लिये जिम्मेदार होता है, इसे बरकरार रखता है और बालों को असमय सफेद होने से बचाता है।
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अश्वगंधा के फायदे महिलाओं के लिए : Ashwagandha Benefits for Female
अश्वगंधा पुरुषो की भांति महिलाओ के लिए भी बहुत फायदेमंद है, अश्वगंधा महिलाओ के रिप्रोडक्टिव सिस्टम में सुधर करता है। इसमें मौजूद योगिक घटकों और एंटी बैक्टीरियल, एंटी माइक्रोबियल और एंटी ऐजिंग गुणों के कारण यह महिलाओं में होने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे : अनियमित पीरियड्स, पीरियड्स में देरी, फर्टिलिटी की समस्या, गठिया, योन इन्फ़ेक्सन, वजन बढ़ना, तनाव, अनिंद्रा, खून की कमी, शारीरिक कमजोरी, बालो का झड़ना, मेनोपोज़ में हार्मोनल इम्बैलेंस, आदि अनेको समस्याओं से लड़ने में मदद करती है।
अश्वगंधा कैसे लें : How To Use Ashwagandha in Hindi
अश्वगंधा का सेवन विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जिसमें कैप्सूल, पाउडर और काढ़ा शामिल हैं। अश्वगंधा की इष्टतम खुराक व्यक्ति के शरीर और प्रकृति के आधार पर भिन्न हो सकती है। और किसी भी प्रकार की आयुर्वेदिक दवा को लेने से पहले सम्बंधित डॉक्टर या आयुर्वेदज्ञ से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।
अश्वगंधा का पाउडर: Ashwagandha Powder
इसमें अश्वगंधा की जड़ (मूल) का पाउडर का प्रयोग किया है। जो बाजार में पंसारी या आयुर्वेदिक संस्थानों पर आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसकी खुराक की मात्रा व्यक्ति के शरीर और प्रकृति के अनुसार निर्धारित की जाती है।
अश्वगंधा के कैप्सूल: Ashwagandha Capsule
इसमें अश्वगंधा के पाउडर से निर्धारित मात्रा में कैप्सूल की सक्ल में निर्माण किया है। जो बाजार में आयुर्वेदिक संस्थानों पर कैप्सूल पैकिंग में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसकी खुराक की मात्रा व्यक्ति के शरीर और प्रकृति के अनुसार निर्धारित की जाती है।
अश्वगंधा का काढ़ा: Ashwagandha Kadha
इसमें अश्वगंधा के पंचांग (फल, फूल, तना, और जड़ ) का प्रयोग किया जाता है। जो बाजार में पंसारी या आयुर्वेदिक संस्थानों पर आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसकी खुराक की मात्रा व्यक्ति के शरीर और प्रकृति के अनुसार निर्धारित की जाती है।
अश्वगंधा के दुष्प्रभाव: Side Effects of Ashwagandha
जबकि अश्वगंधा को आमतौर पर सुरक्षित और निरापद औषधि माना गया है, लेकिन फिर भी कुछ व्यक्तियों में इसके सामान्य दुष्प्रभाव (Side Effects) देखने को मिल सकते है। आम तौर पर इसके दुष्प्रभावो में पेट की ख़राबी, उल्टी और दस्त शामिल हो सकते हैं जो समय के साथ धीरे -धीरे स्वतः ही समाप्त हो जाते है।
परन्तु यह भी ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है कि अश्वगंधा कुछ दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है जो की ख़तरनाक हो सकती है। जिनमें इम्यूनोसप्रेसेन्ट्स (Immunosuppressants) और थायराइड हार्मोन दवाएं शामिल हैं।
कोई भी सप्लिमेंटेशन या आयुर्वेदिक दवा शुरू करने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदज्ञ से इसके बारे में बात करना महत्वपूर्ण है, खासकर जब कोई गर्भवती स्त्री इसका सेवन करती हैं या स्तनपान करा रही हो, या कोई अन्य दवा ले रही हो।
निष्कर्ष : Conclusion
अश्वगंधा आयुर्वेद में वर्णित अनेकों शक्तिवर्धक और गुणकारी औषधियों में से एक है। जिसका सदियों से यूनानी और भारतीय पारम्परिक आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में उपयोग किया जाता रहा है। अश्वगंधा अपने कारगर और विशिष्ट औषधिय गुणों के लिए जानी जाती है, जो कि विभिन्न प्रकार की शारीरिक परेशानियों और रोगों से लड़ने में हमारी मदद करती है।
अश्वगंधा के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए कई लाभ हैं, जिनमें तनाव और चिंता को कम करना, संज्ञानात्मक कार्य में सुधार करना, प्रतिरक्षा तन्त्र को बढ़ावा देना, सूजन को कम करना और कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा के स्तर को कम करना शामिल है।
कुल मिलाकर, अश्वगंधा एक शक्तिशाली आयुर्वेदि जड़ी-बूटी है जो एक उत्तम स्वास्थ और जीवन शैली के लिए एक मूल्यवान धरोहर है। चाहे आप तनाव और चिंता को कम करना चाहते हैं, संज्ञानात्मक कार्य में सुधार करना चाहते हैं या अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना चाहते हैं, इन सब में अश्वगंधा आपकी भरपूर मदद करने में सक्षम हो सकती है।